Uprajyapal की नियुक्ति कौन करता है, उपराज्यपाल की शक्तियां, कार्य,2024

| | 2 Minutes Read

क्या आप भी Uprajyapal से जुड़ी जानकारी ढूंढ रहे हैं? अगर हाँ तो आप सही जगह हैं. आज मैं आपको बताऊंगा Uprajyapal Ki Niyukti Kaun Karta Hai और Uprajyapal Ki Shaktiya.

इसके साथ ही में आपको Uprajyapal से जुड़े और भी सवालों के जवाब दूंगा जैसे कि: Uprajyapal के अधिकार, Uprajyapal की योग्यता, Uprajyapal का कार्यकाल, Uprajyapal की Age इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में बताऊंगा.

Uprajyapal Ki Niyukti Kaun Karta Hai

राज्यों में राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेशों में उपराज्यपाल की नियुक्ति की जाती है उपराज्यपाल की नियुक्ति केंद्र शासित प्रदेश की सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है भारत में 8 केंद्र शासित प्रदेशों में से तीन केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार में उपराज्यपाल का पद है जबकि शेष बचे केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन द्वारा संचालित होता है

Uprajyapal Ki Shaktiya

दिल्ली के उपराज्यपाल के पास पुडुचेरी के उपराज्यपाल से अधिक शक्ति है.

दिल्ली के उपराज्यपाल को कुछ विशेष प्रकार के अधिकार प्राप्त होते है जैसे सार्वजनिक क्षेत्र, पुलिस, एवं भूमि से जुड़े मामलों को उपराज्यपाल देख सकता है वह अनुच्छेद 239 के अंतर्गत राष्ट्रपति द्वारा दिए गए आदेश को उस राज्य  के मुख्यमंत्री से विचार – विमर्श के बाद लागू कर देता है.

दिल्ली के उपराज्यपाल को दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र अधिनियम ,1991 और दिल्ली एनसीटी सरकार कामकाज नियम 1993 के तहत और पुडुचेरी के उपराज्यपाल को केवल केंद्र शासित प्रदेशों के सरकारी अधिनियम 1963 के जरिये निर्देशित किया जाता है.

उपराज्यपाल के पास सलाहकारों के एक समूह को नियुक्त करने की शक्ति होती है.

मंत्रियों के बीच मतभेद होने पर उपराज्यपाल इस निर्णय के लिए राष्ट्रपति को संदर्भित (Refer) करता है.

Uprajyapal Ke Karya

उपराज्यपाल विधानसभा में अधिवेशन बुलाने, विधानसभा का विघटन और विधानसभा को स्थगित करने का काम करता है

उपराज्यपाल किसी भी मुद्दे पर या निलंबित विधेयक पर राज्य विधान सभा को सन्देश संदेश भेजने का काम रहता है

विधान सभा में किसी भी बिल को उपराज्यपाल की सहमति के बिना पेश नहीं किया जाता है

वह बोल कर लगाने, हटाने, कर में छूट देने, वित्तीय दायित्वों से सम्बंधित कानून में परिवर्तन करने का काम

Lieutenant Governor Ke Adhikar
  • जो व्यक्ति विधान सभा से बाहर होते है, राष्ट्रपति द्वारा उन्हें कुछ शक्तियां या कार्य दिए जाते है. उपराज्यपाल उनमें अपनी सूझ-बुझ से निर्णय लेता है. यह दिए गए कानूनों के अंतर्गत काम करता है.
  • उपराज्यपाल के सम्मान के अनुसार यदि कोई प्रश्न आता हे की कोई मामला है या नहीं उस स्थिति में उपराज्यपाल का निर्णय अंतिम होता है.
  • किसी भी न्यायिक या अर्ध न्यायिक कार्यो को करने के लिए किसी कानून द्वारा उपराज्यपाल की आवश्यकता नहीं होती है पर इन मामलों में उपराज्यपाल का अंतिम निर्णय होता है
  • राष्ट्रपति शासन के बाद उपराज्यपाल सरकार का प्रमुख कार्यकर्त्ता बनता है.
  • उपराज्यपाल के पास सलाहकारों की नियुक्ति करने की शक्ति होती है. यह मंत्री परिषद के पद पर कार्य करता है.
उपराज्यपाल की सैलेरी कितनी है.

उपराज्यपाल की सैलेरी ₹2,25,000 प्रतिमाह होती है.

उपराज्यपाल का गठन कब हुआ था 

उपराज्यपाल का गठन सितंबर 1966 में हुआ था.

उपराज्यपाल की नियुक्ति कितने वर्षों के लिए होती है

उपराज्यपाल की नियुक्ति पांच वर्षों के लिए की जाती है.

उपराज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है

उपराज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा होती है.

आशा करते हैं आपको Uprajyapal Ki Niyukti Kaun Karta Hai और Uprajyapal Ki Shaktiya पोस्ट अच्छी लगी होगी. 

अगर अच्छी लगी तो इस पोस्ट को Share करें और अगर कोई Question पूछना हो तो नीचे Comment करके पूछ सक

Author:

Hello!! दोस्तों मेरा नाम Sanjay है. मैं SarkariPot.com का Writer हूँ. मुझे हिंदी में सरकारी Job Positions के बारे में लिखना पसंद है. मैं इन Blogs की मदद से आप तक सरकारी विभाग में उपलब्ध पदों की जानकारी पहुंचाना चाहता हूँ.मेरा आपसे निवेदन है की आप इसी तरह मेरा सहयोग देते रहें और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के साथ मेरे लिखे Content को शेयर करें.मैं आप सभी के लिए Latest जानकारियाँ उपलब्ध करवाता रहूँगा.

Questions Answered: (0)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *