Koshadhyaksh क्या होता है, कोषाध्यक्ष के कार्य, मतलब,2024
क्या आप भी Koshadhyaksh से जुड़ी जानकारी ढूंढ रहे हैं? अगर हाँ तो आप सही जगह हैं. आज मैं आपको बताऊंगा Koshadhyaksh Kya Hota Hai और Koshadhyaksh Ke Karya.
इसके साथ ही में आपको Koshadhyaksh से जुड़े और भी सवालों के जवाब दूंगा जैसे कि: Koshadhyaksh के अधिकार, Koshadhyaksh किसे कहते हैं, Koshadhyaksh का English इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में बताऊंगा.
Koshadhyaksh Kya Hota Hai
कोषाध्यक्ष वह व्यक्ति है जो सरकार के खजाने की रखवाली करता है. यह उस धनराशि का हिसाब रखता है. कोषाध्यक्ष के पास उस धन को अपने निजी फायदे के लिए इस्तेमाल करने का कोई अधिकार नहीं होता है. कोषाध्यक्ष ऐसा व्यक्ति है जो किसी भी इकाई का वित्तीय प्रबंधन होता है.
इसका काम वित्तीय प्रबंधन, वित्तीय निवेश और वित्तीय गतिविधियों से संबंधित जोखिम प्रबंधन आदि प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है. यह संगठन के द्वारा इस्तेमाल किए गए धन का पूर्वानुमान लगाता है. जब देश किसी वित्तीय संकट की स्थिति होता है, तो यह उस स्थिति में एक मुख्य भूमिका निभाता है एवं देश को उस वित्तीय संकट से बचाता है.
यह उस संकट के हिसाब से पूर्ण व्यवस्था करता है और यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे.
Koshadhyaksh Ke Karya
1. कोषाध्यक्ष खजाने की रखवाली करता है.
2. कोषाध्यक्ष का मुख्य काम वित्त पैसों को इस तरह से रखना है की जब कभी संकट की स्थिति बने वह उस स्थिति में उसका सही इस्तेमाल कर सके.
3. कोषाध्यक्ष यह भी सुनिश्चित करता है की वित्त की कोई कमी न हो. उसका काम होता है की वह बता सके कि भविष्य में कितने व्यय की आवश्यकता होगी.
4. यह समिति की समस्त प्राप्ति की रसीदों को देना और व्यय की गई राशी के बिल, रसीद, वाउचर आदि को प्राप्त करके उनका हिसाब रखता है.
5. जिस समिति में कोषाध्यक्ष काम करता है उस समिति के धन का हिसाब किताब रखना कोषाध्यक्ष का होता है.
6. कोषाध्यक्ष समिति के अध्यक्ष या कार्यकारिणी के व्यय मांगने पर उन्हें अपनी स्वीकृति देता है.
7. यह समिति का हिसाब रखता है और कार्यकारिणी के समक्ष प्रस्तुत करता है.
8. यह समिति की धनराशि का पूरा हिसाब रखता है.
9. यह बीते वर्ष किए गए आय – व्यय का लेखा तैयार करके उसे समिति द्वारा नियुक्त करता है एवं उनके द्वारा लिखित लेखों को सचिव द्वारा प्रस्तुत किया जाता है.
10. कोषाध्यक्ष प्रति माह आय व्यय का हिसाब रखता है एवं उसे महीने के अंतिम दिन पेश करता है.
11. प्रत्येक महीने केश बुक में कोषाध्यक्ष के अतिरिक्त अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा जांच कर हस्ताक्षर किए जाते है.
Koshadhyaksh Kise Kahate Hain
कोषाध्यक्ष को खजांची एवं ट्रेज़रर भी कहा जाता है. यह किसी संस्था, व्यवसाय या संगठन में आने जाने वाले Funds का हिसाब रखता है. कोषाध्यक्ष के पास किसी व्यक्ति या संस्था का आयव्यय और रोकड़ आदि रहती है.
कोषाध्यक्ष को English में Treasurer कहा जाता है.
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