आज आप इस पोस्ट में जनेंगे की ED क्या होता है और Ed कोन होता है, (Enforcement Directorate)प्रवर्तन निदेशालय के कार्य, प्रवर्तन निदेशालय कैसे बने एवं यदि आप प्रवर्तन निदेशालय बनना चाहते है तो उससे सबंधित सम्पूर्ण जानकारी आप इस पोस्ट में पढ़ सकते है.

Contents
- 1 Ed Ka Full Form
- 2 Ed Kya Hota Hai
- 3 Ed Kon Hota Hai
- 4 Ed Ke Karya
- 5 Ed Kaise Bane
- 6 प्रवर्तन निदेशालय के अधिकार
- 7 प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत कैसे करें
- 8 ED से सबंधित – FAQs
- 9 प्रवर्तन निदेशालय क्या है
- 10 Ed Ka Director Kaun Hai
- 11 Ed Ke Pramukh Kaun Hai
- 12 Ed Ki Sthapna Kab Hui
- 13 प्रवर्तन निदेशालय का मुख्यालय कहाँ है
Ed Ka Full Form
ED का फुल फॉर्म: ED का Full Form Enforcement Directorate या डायरेक्टरेट General of इकनोमिक Enforcement होता है, हिंदी में इसका Full Form प्रवर्तन निदेशालय या आर्थिक प्रवर्तन महानिदेशालय होता है,
Ed Kya Hota Hai
ED क्या होता है: ED भारतीय सरकार के अन्दर एक विशेष वित्तीय जाँच एजेंसी है इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है, इसके पांच क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, चेन्नई, चंडीगढ़, दिल्ली और कोलकाता में है.
प्रवर्तन निदेशालय भारत में आर्थिक मामलों से लड़ने के लिए वह आर्थिक कानूनों को लागू करने के लिए एक कानून प्रवर्तन एजेंसी है इसे खुफिया एजेंसी भी कहते हैं इंडियन पुलिस सर्विस, इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस, इंडियन रिवेन्यू सर्विस अधिकारियों से मिलकर प्रवर्तन निदेशालय बनता है
प्रमुख संयुक्त निदेशक चंडीगढ़ चेन्नई कोच्चि दिल्ली पणजी गुवाहाटी हैदराबाद जयपुर जालंधर कोलकाता लखनऊ मुंबई पटना बेंगलुरु है
प्रमुख निदेशक या क्षेत्रीय कार्यालय निदेशालय में भुवनेश्वर कोझीकोड इंदौर मधुर नागपुर इलाहाबाद रायपुर देहरादून शिमला, रांची और सूरत है.
Ed Kon Hota Hai
ED कोन होता है: प्रवर्तन निदेशालय भारत की एक विशेष वितीय जाँच एजेंसी होती है जो की भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन कार्य करती है. ED भारत में आर्थिक कानूनों को भी लागू करती है. यह एक तरह की ख़ुफ़िया एजेंसी होती है
किसी भी देश में ED को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है क्योंकि ED के अधिकारों के कारण सरकार वित्तीय कानून की जिम्मेदारी उन पर सौंपती है, देश में पूरी तरह से कानूनी कार्रवाई और नियमों का पालन किया जाए यह इस बात का ध्यान भी रखता है की भारत में किसी तरह की धोखाधड़ी न हो और गलत काम करने वाले लोगो पर उचित कार्रवाई की जाये,
Ed Ke Karya
ED के कार्य: ED के कार्य निम्नलिखित है जो इस प्रकार है.
- ED किसी particular क्षेत्र के लिए काम करता है.
- यह विदेश से भारत में और भारत से विदेश में भेजी जाने वाली विदेशी मुद्रा की जाँच करता है व अवैध मुद्रा से सबंधित कार्यो पर वेशेष ध्यान देता है उनकी जाँच करके उनके बारे में पता लगता है व उनके खिलाफ कार्यवाही करते है.
- यह बड़े – बड़े उधोग पतियों के लें दें की संपत्ति की जाँच करता है उनके बारे में पता लगाता है व अवैध धन को जब्त कर लेता है. उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करता है जो अवैध धन का इस्तेमाल करते समय पकड़े जाते है.
- यदि कोई भी व्यापारी आयत मूल्य को कम और निर्यात मूल्य को ज्यादा बताकर धोखा धडी करता है तो यह उनके खिलाफ शख्त कार्यवाही करता है और तुरंत जाँच करता है.
- यदि कोई भी व्यक्ति विदेश से कोई भी सम्पति खरीदती है तो ED उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करती है.
- ED किसी भी व्यक्ति के लेनदेन की संपत्ति की जाँच करता है ED के द्वारा उस व्यक्ति के खिलाफ Inquiry की जाती है.
- यदि कोई भी व्यक्ति आवेश सम्पति के साथ पकड़ा जाता है तो ED उसकी अवैध सम्पति को जब्त कर लेती है और उसके खिलाफ कार्यवाही करती है.
Ed Kaise Bane
ED कैस बने: ED बनने के लिए निम्नलिखित खूबियाँ होना चाहिए.
- ED बनने के लिए आपका भारत का नागरिक होना अनिवार्य है
- प्रवर्तन निदेशालय बनने के लिए व्यक्ति को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से ग्रेजुएशन करना होगा.
- उमीदवार को CID, इंडियन रिवेन्यू सर्विस, इंडियन पुलिस सर्विस, इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस मेसे किसी एक पद पर कार्यरत रहना होगा.
- व्यक्ति आयु 20 वर्ष से 27 वर्ष की बीच होना चाहिए.
- OBC, SC/ST वर्ग के लोगो के लिए उनकी आयु में कुछ वर्ष की छुट दी गई है. उनकी आयु सीमा 20 वर्ष से 32 वर्ष के बीच होना चाहिए.
- उमीदवार के अन्दर थोड़ी चालाकी और लोगो को परखने की प्रतिभा भी होना चाहिए.
- उमीदवार का IQ लेवल अच्छा होना चाहिए.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकार
प्रवर्तन निदेशालय को छापा मरने का, अवैध संपत्ति को जब्त करने का, आयात – निर्यात की गई अवैध विदेशी संपत्ति के खिलाफ कार्य वाही करने और उन्हें जब्त करने का अधिकार होता है.
प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत कैसे करें
किसी स्थान या व्यक्ति की तलाशी लेना: जैसे ही किसी एजेंसी या पुलिस में शिकायत दर्ज होती है, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 157 के तहत इसकी रिपोर्ट मजिस्ट्रेट को देनी होती है।
ED से सबंधित – FAQs
प्रवर्तन निदेशालय क्या है
प्रवर्तन निदेशालय एक ख़ुफ़िया एजेंसी है
Ed Ka Director Kaun Hai
ED का डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा है.
Ed Ke Pramukh Kaun Hai
ED के प्रमुख एस. के. मिश्रा, करनाल सिंह सेवानिवृत है.
Ed Ki Sthapna Kab Hui
ED की स्थापना 1 May 1956 को हुई थी.
प्रवर्तन निदेशालय का मुख्यालय कहाँ है
प्रवर्तन निदेशालय का मुख्यालय नइ दिल्ली में है.
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