Corona Virus Kya hai in Hindi – चीन से उपजे कोरोना वायरस यानी कोविड 19 के कहर से पूरा विश्व परेशान है. भारत में भी बढ़ते कोविड-19 के आंकड़े ने देश को सशंकित कर दिया है. ध्यातव्य है कि यह वायरस लगभग पूरी दुनियाभर में फैल चुका है.
Contents
- 1 कोरोना वायरस क्या है और कोरोना ही नामकरण क्यों किया गया?
- 2 कोरोना वायरस की प्रमुख विशेषताएं
- 3 Corona Virus के चार सामान्य प्रकार
- 4 चीन : विभिन्न वैश्विक रोगों का अधिकेंद्र क्यों?
- 5 कोरोना वायरस महामारी घोषित (Corona Virus Declared as Pandemic)
- 6 क्या होती है महामारी?
- 7 विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया
कोरोना वायरस क्या है और कोरोना ही नामकरण क्यों किया गया?
इस वायरस की संरचना की से समानता सूर्य के कोरोना भाग से होने के कारण इसका नामकरण कोरोना वायरस किया गया है. डब्ल्यूएचओ ने किसी विशेष भौगोलिक क्षेत्र, जानवरों की प्रजातियां या लोगों के समूह पर कलंक लगाने से बचने के लिए, इस वायरस का नाम कोविड 19 (COVID-19) रखा है. जहां ‘CO‘ का अर्थ कोरोना, ‘VI‘ का अर्थ वायरस और ‘D‘ का अर्थ डिजीज है. प्रथम बार वायरस के 31 दिसंबर, 2019 को चिह्नित होने के कारण कोविड-19 में 19 को शामिल किया गया है.
कोरोना वायरस की प्रमुख विशेषताएं
कोरोना वायरस एक जूनोटिक वायरस (Zoonotic Virus) है. इसका अर्थ है कि यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में और मनुष्यों से मनुष्यों में संचारित हो सकता है. कोरोना वायरस, एक विशिष्ट वायरस परिवार से संबंधित है. इस वायरस परिवार में कुछ वायरस सामान्य रोगों जैसे-सर्दी, जुकाम और कुछ गंभीर रोगों जैसे-श्वसन एवं आंत के रोगों का कारण बनते हैं. कोरोना वायरस मनुष्य के अलावा सूअर, मवेशी, बिल्ली, कुत्ते, ऊंट, हाथी जैसे स्तनधारियों को भी प्रभावित कर सकता है.
Corona Virus के चार सामान्य प्रकार
- 229 अल्फा कोरोना वायरस,
- NL63 अल्फा कोरोना वायरस,
- OC43 बीटा कोरोना वायरस,
- HKU1 बीटा कोरोना वायरस के अतिरिक्त दो अन्य विशिष्ट कोरोना वायरस है
(i) कोरोना वायरस मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV)
(ii) कोरोना वायरस सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV)
सार्स कोरोना वायरस (SARS CoV) से पहली बार वर्ष 2002 में चीन के ग्वांगडोंग प्रांत (Guangdong Province) में मानव में संक्रमण पाया गया. पहली बार मर्स कोरोना वायरस (MERS CoV) का संक्रमण वर्ष 2012 में सऊदी अरब में पाया गया था. मानव में मर्स कोरोना वायरस का वाहक ‘ऊँटो को माना जाता है. ध्यातव्य है कि कोरोना वायरस के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है.
चीन : विभिन्न वैश्विक रोगों का अधिकेंद्र क्यों?
ऐसे स्थान जहां मनुष्यों और जानवरों में अनियमित रक्त और अन्य शारीरिक संपर्क जैसा संबंध स्थापित होता है, वहां पर जूनोटिक वायरस का अधिक प्रसार होता है. चीन के बाजारों में कई जानवरों का मांस बिकने के कारण ये बाजार मानव में वायरस की प्रायिकता को बढ़ा देते हैं. जब एक बड़ा मानव समुदाय इस वायरस की संचरण श्रृंखला में शामिल हो जाता है तो उत्परिवर्तन (Mutation) की स्थिति उत्पन्न होती है जो मानव समुदाय के लिए घातक सिद्ध होगी.
कोरोना वायरस महामारी घोषित (Corona Virus Declared as Pandemic)
13 मार्च, 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित कर दिया. ध्यातव्य है कि इससे पूर्व डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को महामारी नहीं कहा था. ध्यातव्य है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित करने में देरी करने के कारण अमेरिका ने ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ की वित्तीय मदद में कमी कर दी है.
क्या होती है महामारी?
ये परिभाषा सिर्फ उन संक्रमणकारी बीमारियों के लिए इस्तेमाल की जाती है जो बेहद तेजी से कई देशों में एक साथ लोगों के बीच संपर्क से फैलती है. इससे पहले साल 2009 में स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया गया था. विशेषज्ञों के मुताबिक स्वाइन फ्लू की वजह से कई लाख लोग मारे गए थे. महामारी होने की अधिक संभावना भी होती है जब वायरस बिल्कुल नया होता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया
ध्यातव्य है कि 30 जनवरी, 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency of International | Concern : PHEIC) घोषित किया था. ध्यातव्य है कि स्वास्थ्य आपातकाल से तात्पर्य एक दुर्लभ अर्थ में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किसी महामारी को रोकने के लिए राजनीतिक एवं सामाजिक समर्थन जुटाने से है.
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