आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की Advocate Kya Hai और Advocate Ki Taiyari Kaise Karen इसके साथ ही जानेंगे की इसकी Salary कितनी हैं.
अगर आपको Advocate बनना है तो इसके लिए क्या Percentage चाहीये और इसके साथ ही आपकी क्या Qualification होनी चाहिए. इन सब के बारे में इस Post में विस्तार से जानेंगे.

Contents
- 1 Advocate Kya Hai
- 2 Advocate Ki Taiyari Kaise Karen
- 3 Advocate Kise Kahate Hain
- 4 Advocate Banne Ke Liye Kya Kare
- 5 वकील क्या काम करता है
- 6 Advocate Ka Matlab Kya Hota Hai
- 7 Advocate Ki Salary
- 8 Government Advocate Kaise Bane
- 9 High Court Ka Advocate Kaise Bane
- 10 Advocate Ke Liye Qualification
- 11 Advocate Ke Liye Kya Kare
- 12 Advocate Ki Padhai Kaise Kare
- 13 वकील की फीस के नियम
- 14 Advocate Ki Complaint Kaise Kare
- 15 Advocate – FAQs
- 16 Advocate Full Form
- 17 Advocate Ka Hindi Meaning
- 18 Advocate Ki Spelling
- 19 अधिवक्ता मीनिंग इन हिंदी
Advocate Kya Hai
Advocate को ही आमतोर पर वकील भी कहा जाता हैं जिन्हें कानून के बारे में काफी सारी जानकारी होती है
एक वकील की नौकरी मैं काफी सारी जिम्मेदारियों होती हैं जैसे आमतौर पर अदालतों में ग्राहकों को सलाह देना और उनका प्रतिनिधित्व करना, ग्राहकों और मामलों में शामिल लोगों के साथ संवाद करना,
कानूनी समस्याओं का विश्लेषण तथा अनुसंधान करना, तथा व्यवसायों और व्यक्तियों के लिए कानूनों की व्याख्या करना आदि
Advocate Ki Taiyari Kaise Karen
- प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करें।
- लॉ स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन करें।
- लॉ स्कूल में प्रवेश के बाद।
- नौकरियों की खोज करें।
- 12वीं के बाद लॉ का कोर्स करे।
- ग्रेजुएशन के बाद LLB का कोर्स करे
- 12th के बाद Law का course करिव 5 वर्ष का होता हैं
- अगर आप (Bachelor Degree of Law/ LLB ) कर लेते हैं तो आपको इसमे LLB डिग्री का एक सर्टिफिकेट मिल जाता हैं
- इसके बाद आप (Internship) या फिर सीनियर वकील के Assistant के पद पर कार्य भी कर सकते हैं
- अगर आपकी (Internship) पूरी हो जाती हैं तो आप बकील बन जाते हैं और फिर आप खुद बकालत भी कर सकते हैं
Advocate Kise Kahate Hain
आमतौर पर एक Advocate को वकील या फिर अधिवक्ता भी कहा जाता हैं यह वह व्यक्ति होता हैं जिसने कानून की पढाई की होती हैं और उसे कानून के बारे मैं काफी सारी जान करी होती हैं
Advocate बह व्यक्ति होता हैं जो किसी और के केस के लिए लड़ ता हैं यह एक प्रोफेशनल होता हैं किसी भी लॉयर को Advocate बनने के लिए काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करना होता हैं
तथा बार के Exam को पास करना होता हैं जिसके बाद आप Advocate बन जाते हैं
Advocate Banne Ke Liye Kya Kare
Advocate बनने के लिए आपको सिर्फ एक course करना होगा जिसका नाम LLB हैं आप इस course को कर कर आप हाई कोर्ट या फिर किसी अन्ये कोर्ट मैं भी वकील बन सकते हैं अगर आप 12th पास हैं तो आप इसके बाद BA LLB का Course भी कर सकते हैं
वकील क्या काम करता है
वकील को कानूनी समस्याओं का अनुसंधान और विश्लेषण करना होता है। वकीलों को अपने मुवक्किलों या अन्य लोगों को लिखित और मौखिक रूप से तथ्य प्रस्तुत करने होते हैं और अपने मुवक्किलों की ओर से बहस करनी पड़ती है। वकील को कानूनी दस्तावेज और फाइल तैयार करनी होते हैं, जैसे कि मुकदमे, अपील, वसीयत, अनुबंध और कार्य।
Advocate Ka Matlab Kya Hota Hai
Advocate को हम वकील, अधिवक्ता, या अभिभाषक भी कहते हैं Advocate का मतलब वह व्यक्ति से हैं जो किसे दुसरे व्यक्ति के तरफ से कोर्ट मैं दलील प्रस्तुत करता है। और उस का केस लड़ता हैं
Advocate Ki Salary
भारत सरकार में Advocate की Salary औसत भारत में भारत सरकार के वकील का वेतन 2 से 8 वर्षों के अनुभव के लिए ₹ 2.6 लाख है। भारत सरकार में अधिवक्ता का वेतन ₹ 1 लाख से ₹ 4 लाख के बीच है।
Government Advocate Kaise Bane
Government Advocate यानि की सरकारी वकील बनने के लिए आपको 12th के बाद BA LLB के course को करना होगा जोकि करिव 5 वर्ष का होता हैं जिसमें कुल 10 सेमेस्टर होते हैं
High Court Ka Advocate Kaise Bane
ऐसे वकील जो सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के रूप में पंजीकृत होना चाहते हैं, उनके पास योग्यता के बाद 5 साल का अनुभव होना चाहिए जिसमें ट्रायल कोर्ट में 3 साल, हाई कोर्ट में 2 साल का अभ्यास शामिल होना चाहिए। उसके बाद, उसे एक एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (सुप्रीम कोर्ट में पंजीकृत वकील) के तहत प्रशिक्षण लेना होगा।
Advocate Ke Liye Qualification
भारत में एक वकील बनने के लिए, आप 12th class पास होना चाहिए और आप ग्रेजुएशन भी होना चाहिए तथा आपके लिए कानून में स्नातक की डिग्री, यानी L.L.B ( Legume Baccalaureus) को पूरा करना अनिवार्य है। कानून की स्नातक डिग्री या तो 3 साल या 5 साल की हो सकती है
Advocate Ke Liye Kya Kare
- अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा पूरी करें।
- किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पूरा करें।
- कानून की प्रवेश परीक्षा दें।
- लॉ स्कूल में आवेदन करें।
- उसके बाद कानून से अपनी स्नातक की degree को पुरा करें।
- अखिल भारतीय बार परीक्षा उत्तीर्ण।
- लाभ की अनुभव।
Advocate Ki Padhai Kaise Kare
कानून में करियर बनाने के लिए, उम्मीदवार स्नातक स्तर पर BA LLB, BBA LLB, BLS-LLB, BSc LLB or B.Com LLB जैसे पांच वर्षीय एकीकृत LLB पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर सकते हैं। यदि उम्मीदवार पहले ही अन्य स्ट्रीम में स्नातक पूरा कर चुके हैं, और अब वे कानून में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो वे तीन साल का LLB कोर्स करते हैं।
वकील की फीस के नियम
- वकीलों द्वारा ली जाने वाली फीस कानूनी पेशे का मूल्यांकन एक महान कार्य के रूप में किया जाता है जहां वकील अपने से अधिक ग्राहक के हितों को प्राथमिकता देते हैं और इस पेशे में, नैतिकता वकीलों के स्वार्थ को दूर करती है।
- दक्ष द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एक औसत भारतीय (वादी) औसतन रु. अदालती कार्यवाही के लिए प्रति दिन 465 रुपए। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत दी जाने वाली मुफ्त कानूनी सेवाओं का लाभ कई लोग नहीं उठा पाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि काफी संख्या में वादी निम्न आय वर्ग से आए थे,
- लेकिन उन सभी वादियों में से केवल 2.36% ही अदालत द्वारा नियुक्त वकीलों की नियुक्ति कर सके। यहां तक कि मध्यम और उच्च-आय वर्ग के लोगों को अपने मुकदमे की सफलता
- से पहले वकीलों को मोटी फीस का भुगतान करना मुश्किल लगता है। इसके अलावा, कानूनी सेवाओं के लिए वकील अपने ग्राहकों से जो शुल्क लेते हैं, वह भारत में काफी हद तक अनियमित है।
- सुप्रीम कोर्ट के नियम 2013 के अनुसार, एक वकील को अधिकतम रु. 8000 प्रति सुनवाई, वकीलों द्वारा वसूले जाने वाले शुल्क का आधा भी नहीं। देश के शीर्ष वकील लगभग रु. 10 से लेकर 20 लाख रु. सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए
- कानूनी शुल्क का शुल्क क्लाइंट से क्लाइंट में भिन्न होता है क्योंकि वकील अपने क्लाइंट की भुगतान क्षमता के अनुसार चार्ज करते हैं। यह देखा गया है कि वकील लगभग 3 रु. से 6 लाख रुपये तक लेते हैं।
- उच्च न्यायालय में मामलों के लिए प्रति सुनवाई और यदि वकील को अन्य उच्च न्यायालयों की यात्रा करनी पड़ती है, तो फीस 25 लाख रुपये तक जा सकती है।
- ट्रायल कोर्ट के मामलों में लगभग रु 10 लाख और ऐसे उदाहरण देखे गए हैं जहां वकील अपनी फीस के लिए दुर्घटना के दावे में मुवक्किल द्वारा प्राप्त राशि का एक उचित प्रतिशत की मांग कर रहे थे।
- सुनीता बनाम तेलंगाना राज्य के मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने कानूनी पेशेवरों द्वारा लगाए जा रहे भारी शुल्क के मुद्दे को स्वीकार किया
- और यह माना गया कि वकील का शुल्क मुकदमे के परिणाम के प्रतिशत के आधार पर अवैध था और नहीं होना चाहिए entertained किया जाए।
- सुप्रीम कोर्ट चाहता था कि कानूनी पेशे के बढ़ते व्यावसायीकरण को रोकने के लिए एक कानून बनाया जाए और यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी शुल्क की एक सीमा निर्धारित की जाए कि हमारे समाज के गरीब वर्गों को न्याय प्रणाली से बाहर न निकाला जाए।
Advocate Ki Complaint Kaise Kare
एक वकील के खिलाफ शिकायत एक याचिका के रूप में होती हैं। इसे सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत आवश्यक रूप से विधिवत हस्ताक्षरित और सत्यापित किया जाता है।
शिकायत अंग्रेजी या Hindi में या फिर उस क्षेत्री की भाषा में दर्ज कराइ जा सकती है जहां भाषा को राज्य की भाषा घोषित किया गया हो
Advocate – FAQs
Advocate Full Form
आम तौर पर एक Advocate को कई नाम से जाना जाता हैं जैसे वकील, Advocate, अधिवक्ता , अदि जो भी नाम से जाना जाता है, यह वह व्यक्ति होता है जो कानून के न्यायालय में दूसरों का प्रतिनिधित्व करता है।
Advocate Ka Hindi Meaning
Advocate का हिंदी मीनिंग (अधिवक्ता) वकील होता हैं जो कानून के न्यायालय में दूसरों का प्रतिनिधित्व करता है।
Advocate Ki Spelling
Advocate की spelling A+d+v+o+c+a+t+e = Advocate होती हैं Advocate का कम अदालत में अपने क्लाइंट का प्रतिनिधित्व करना और उनका पक्ष रखना होता है
अधिवक्ता मीनिंग इन हिंदी
अधिवक्ता का हिंदी मीनिंग अधिवक्ता, वकील होता हैं जिसे हम वकील भी कह कर बुलाते हैं
आशा करते हैं की आपको Advocate Kya Hai और Advocate Ki Taiyari Kaise Karen हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी होगी अगर अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को Share करें और अगर कोई Question पूछना हो तो नीचे Comment करके पूछ सकते हैं.
Leave a Reply